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April 2020


Story of Shri Narendra Modi Motivational Quotes
दृढ़ इच्छाशक्ति की कोई सीमा नहीं : नरेन्द्र मोदी 

एक अत्यन्त साधारण परिवार में जन्म लेकर भारत जैसे विशाल लोकतान्त्रिक देश का लोकप्रिय प्रधानमन्त्री बनना सभी के लिए सम्भव नहीं है , इसके लिए जिन गुणों की आवश्यकता होती है , वे गुण कुछ गिने - चुने दृढ़ प्रतिज्ञ व्यक्ति ही अर्जित कर पाते हैं । जी हाँ ! मैं बात कर रहा हूँ 17 सितम्बर , 1950 को गुजरात के वडनगर में जन्मे नरेन्द्र मोदी की । अपने बचपन में अनेक विषमताओं एवं विपरीत परिस्थितियों का सामना करने वाले नरेन्द्र मोदी ने राजनीतिशास्त्र विषय में एमए की पढ़ाई पूरी की , उन्होंने अभावों के बीच रहते हुए भी अपने जीवन - समर को सदैव एक योद्धा - सिपाही की तरह लड़ा । उन्होंने अपने उदान्त चरित्र बल एवं साहस से अपने तमाम अवरोधों को अवसर में परिवर्तित कर दिया । उन्होंने कॉलेज के दिनों में कठोर संघर्ष एवं दक्षण मन : ताप से घिरे नरेन्द्र मोदी के चरित्र में अद्भुत दृढ़ता का समावेश हुआ । यही कारण है कि आज तक वे अपना कदम एक बार आगे बढ़ाने के बाद फिर पीछे मुड़कर नहीं देखते । जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए वे स्पष्ट दृष्टि , अपने लक्ष्य का स्पष्ट निर्धारण , कठोर एवं ईमानदार अध्यवसाय को अत्यन्त आवश्यक मानते हैं । गुजरात के सर्वाधिक सफल मुख्यमन्त्री के रूप में उन्होंने इस राज्य को भारत का सबसे अधिक विकास करने वाला राज्य बनाया , जिसके कारण उनकी चर्चा देश में ही नहीं , बल्कि दुनिया भर में हुई । भारत के लोगों ने पूरे भारत को ही गुजरात जैसा विकसित करने की जिम्मेदारी देते हुए नरेन्द्र मोदी को देश का प्रधानमन्त्री निर्वाचित किया । युवावस्था में अपने भाई के साथ चाय की दुकान चलाने वाले नरेन्द्र मोदी आज देश के सर्वाधिक लोकप्रिय राजनेता हैं । मजबूत इच्छाशक्ति , कठिन परिश्रम , दूर दृष्टि एवं लगन के दम पर एक साधारण व्यक्ति से प्रधानमन्त्री के प्रतिष्ठित पद पर पहुँचने वाले नरेन्द्र मोदी आज युवा - वर्ग के लिए अक्षय प्रेरणा के स्रोत बन गए हैं ।

I Hope की मेरी यह मेहनत आपको पसंद आई होगी.अगर आपको Motivational से Related कोई भी किसी की जीवनी पढ़नी हो तो आप मुझे Comment के Through पूछ सकते है.And Friend,इस Article को Social Media के साथ जरूर Share करे,ताकि मेरी मेहनत सफल हो सके.।
धन्यवाद!





Hacking कैसे सीखे? पूरी जानकारी:

Hey Guys, आपने Computer Hacking के बारे में बहुत सुना होगा या पढ़ा होगा.लेकिन आपको इसके बारे में Detailed Knowledge न के बराबर ही होगी.So मैं आपको यहाँ Computer Hacking के बारे में Detail में बताने वाला हु.मैंने यहाँ कुछ Important Questions जो Hacking सीखने से पहले Usually दिमाग में आते है,उसको यहाँ Collect करके Write करने की कोशिश की है.

Hacking क्या है ?
Computer Hacking एक ऐसा Process है,जिससे हम किसी Computer Software या Hardware को Modify करके, Creator के जो Original Purpose है, उसके अलावा दूसरे लक्ष्य को कार्यान्वित करते है. Hacking Is The Art Of Declaring The Mistake Of Software. क्युकी ‘Hack ‘ Word का Use ज्यादातर उनलोगो के लिए करते है, जो अपने ‘Profession’ में Weak होते है, इसलिए कुछ Hacker इस Term के बारे में बताते है, की यह Offensive And अपने Real Skill को Recognize करने में Disable होते है.

Hackers कौन है ?

A Hacker Or White Hat Hacker,Is Also Known As Ethical Hacker. यह एक Computer Security Expert होते है, जो Penetration Testing और Other Testing Methods को Specialized करते है,And यह Ensure करते है की Company की Information System Secure है की नहीं.ये लोग Companies में काम करते है And इन लोगो को Sneakers के नाम से भी जाना जाता है.

Types Of Hackers:
Hackers को Mainly 3 Type से जाना जाता है.

White Hat Hacker – इसको हम अच्छे Hackers बोल सकते है,White Hat Hackers अपनी Skill का Use Other People And Company की Safety के लिए करता है.इसको हम Security Expert And Ethical Hackrs के रूप में जानते है.

Black Hat Hacker – Black Hat Hackers को हम Crackers के रूप में भी जानते है,यह अपने Skill का Use करके Illegal Work करते है Like Account Hacking,Online Phishing Etc.

Grey Hat Hackers – Grey Hat Hacker, Black And White Hat Hackers से मिलकर बन है,ये कुछ टाइम अच्छे Work करते है And कुछ टाइम Illegal Work So इन्हे Grey Hat Hackers कहा जाता है.

Crackers क्या होता है ?
Black Hat Hackers,जो की Cracker के नाम से जाने जाते है.ये लोग Illegally रूपसे Computer System में घुस जाते है And अपने फायदे के Profit,Fun And Illegal काम को अंजाम देते है.ऐसा काम वे ज्यादातर Data Modification And Destruction के द्वारा करते है.वे लोग Computer Virus And Internet Worm को Distribute कर सकते है, Botnet के Through Spam डिलीवर कर सकते है.

Script Kiddies कौन होता है ?
A Script Kiddies Is An Wannabe(सामान्य किसम ) Crackers, इन लोगो को इस बारे में काम जानकारी होती है, की Computer कैसे वर्क करता है, But ये लोग Well Known And Easy Technique को अपनाकर Computer में घुस जाते है And Important Files And Data को चुरा सकते है.

Hacker बनने के किये कौन -कौन सी Skill की जरुरत होती है ?
हैकिंग सीखने में कोई बड़ा जादू जैसा कुछ नहीं है, But Other उपयोगी चीजों की तरह इसे सीखने के लिए भी Dedication And Willingness की जरुरत होती है. इसके लिए कुछ Topics के बारे में जानकारी होना बेहद जरुरी है Like,Operating System And Its Working,Computer Network,Programming Etc.एक दिन या एक रात में Hacker बनना Impossible है इसके लिए Long Time Duration चाहिए.
Hacking सीखने का Best Way क्या है ?
Hacking सीखने का Best तरीका यही है की उसके बारे में अभी से Basic सीखना Start करदे. Hacking सीखने के लिए बहुत से Book भी Available है.But Hacking सीखना Start करने से पहले Computer Programming And Security Network के बारे में Basic Knowledge जरूर होनी चाहिए.इसके लिए Internet ही सबसे अच्छा Source है.

अपने Computer को Hack होने से कैसे बचाए ?
Computer के बारे में Basic Knowledge जैसे Security Network, Virus,Torjan, Spyware.phishing Etc का होना Computer को हैकिंग से बचाने के लिए काफी होता है.

What Is The Best Way To Learn Hacking For Beginners (Hindi)?
यदि आप भी Hacking सीखना चाहते है तो निचे कुछ Steps दिए गए है.जिसको Follow करके आप एक अच्छे हैकर बन सकते है.

Step-1 : Basic से Start करे
Beginner के लिए, जिसे Hacking के बारे में कुछ पता नहीं होता. उसके लिए ज्यादा Better होता है की Starting Basic से करे. Direct Hacking सीखने के जगह आपको बेसिक्स जानकारियां Like Security Network, Virus,Ports, Firewalls, Common Network Protocols Like IP Address, HTTP, FTP, DNS, SMTP Etc के बारे में Research करना चाहिए.
आप Alternate Operating System Linux के बारे में भी सिख सकते है. जिसका Knowledge Hacking के लिए बहुत Important होती है.एक बार यदि आप Basic Fundamental के बारे में सिख जाते है. फिर आप उस Position में पहुंच जाओगे जहां किसी भी Hacking Technique को आसानी से समझने लगोगे.

Step-2: Hacking सीखने के लिए अच्छे Source का चयन करे
यदि आपको हैकिंग के बारे अच्छी जानकारी है तो,बहुत से ऐसे Books है जो आपको Latest Vulnerabilities के बारे में टेक्निकल इनफार्मेशन देते है And उसको Exploit करने के Possible रास्ते भी बताते है. Beginner के लिए एक अच्छा Source Find करना मुश्किल होता है जो Hacking को Basic से सिखाए.Hacking Secrets Exposed एक Beginner के लिए बहुत अच्छा Book है,ये Beginner को बिना किसी Previous Knowledge के Hacking सिखाता है And इसका Step Follow करना भी बहुत आसान है.इस बुक बारे में ज्यादा जानकारी के लिए आप इसकी Official Website को Follow कर सकते है.
Tips – Goldenveda.Com की हेल्प से आप Hacking सिख सकते है,क्यूंकि आने वाले Articles में हम Hacking से Related Article पोस्ट करेंगे.

Step-3:  Programming सीखे (Optional)
यदि आप Hacking के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानना चाहते है तो, Programming एक ऐसा चीज है जिसे आप Skip नहीं कर सकते. भले ही आप Easily Hacking करने के लिए कुछ Ready Made Tools का इस्तेमाल कर सकते है, लेकिन यह ज्यादा अच्छा होगा की आपको Programming Language Like PHP And JavaScript के बारे में जानकारी हो. क्योंकि इससे आप अपना खुद का Tool Create कर सकते है And Codes को Exploit कर सकते है.

How Long Does It Take To Master The Skills Of Hacking ?
हैकिंग कोई ऐसी चीज तो है नहीं जिसमे आप एक रात में ही Trained हो जाये, इसलिए आपको चाहिए की कभी जल्दबाजी न करे. इसके लिए आपको Knowledge, Skills, Creativity, Dedication And o की जरुरत होगी. इसको सीखने के लिए आपको कुछ Months या कुछ साल लग सकते है, जो की आपके ऊपर Depend करता है, की आप कितने Dedication के साथ And Effort लगाकर काम कर रहे है. यदि आपको एक Hacker बनना है तो इसके लिए अच्छे Source, सीखने की इच्छा, And Guidance की जरुरत होगी.


I Hope की मेरी यह मेहनत आपको पसंद आई होगी.अगर आपको Hacking से Related कोई भी Problem हो तो आप मुझे Comment के Through पूछ सकते है.And Friend,इस Article को Social Media के साथ जरूर Share करे,ताकि मेरी मेहनत सफल हो सके.।
धन्यवाद!



भारत का संविधान पढ़ रहा हूं।

मैं तुम्हारे डिटेंशन कैंप में घुस कर
भारत का संविधान पढ़ रहा हूं,
जिसके एक एक शब्द उन ईंटों को चुनौती दे रहे हैं
जैसे भोर की पहली किरण देती है अंधेरे को,
उन नाज़ी ईंटों की हैसियत नहीं है
कि संविधान की प्रस्तावना को भी बर्दाश्त कर पाए,
दरअसल मुझे संविधान पढ़ने की भी ज़रूरत नहीं है,
उसके पन्ने पलटने से ही
तुम्हारे डिटेंशन कैंप ताश के पत्तों की तरह ढह कर
मलबे के ढेर में तब्दील हो जाएंगे,
और मैं उस मलबे के ढेर पर खड़ा हो कर
भारत का संविधान पढूंगा।

यह भी पढ़ें हुनर है तो कदर है।


कल बिना मुंडी के लाशों के ढेर पर खड़े होकर पढ़ना ना पड़े
इसलिए आज मलबे के ढेर पर खड़ा होकर पढ़ रहा हूं,
क्योंकि किसी भी मुल्क के डिटेंशन कैंप में बिछने वाली
लाशों के सर लगा देने चाहिए
उस मुल्क के झंडे के बीचों बीच,
और लहरा देना चाहिए उस मुल्क के पतन का परचम,
आखिर कब तक उन लाशों को नकार कर
वे झंडे अपने मुल्क की महानता का परचम बुलंद करते रहेंगे।

मैं ये संविधान संसद के गलियारों से नहीं लाया हूं,
जिसकी मौत को आवाम ने गहरी नींद समझ कर
उससे उम्मीदें ख़त्म नहीं की हैं।
मेरा संविधान मिट्टी में सना है
मैं इसे बाबरी मस्जिद के मलबे से खोद कर लाया हूं,
मेरा संविधान लाल है
मैं इसे दादरी की खून की नदी में तैर कर
डूबने से बचा कर लाया हूं,
मेरा संविधान आंसुओं से गीला है
मैं इसे झेलम से निकाल कर लाया हूं,
मेरे संविधान के सर पर बंदूक है
मगर खौफ हथेलियों को मुट्ठी में तब्दील नहीं होने दे रही
मैं हाशिमपुरा की नालियों से संविधान बटोर कर लाया हूं।
मेरे संविधान ने सारे ज़ुल्म झेले हैं,
वो अब इंकलाब चाहता है।

वज़ीर ए आज़म, आप यह तय करना चाहते हैं कि
कौन इस मुल्क का नागरिक है और कौन नहीं,
मैंने तय कर लिया है कि कड़ाके की ठंड है
और मेरे मुल्क के बदन पर एक कपड़ा तक नहीं है,
वो आपके विधेयक को जला कर आग तापेगा,
मैंने तय कर लिया है कि संसद के वास्तविक सिद्धांतों
और सड़कों पर गड्ढे बहुत हैं,
वो आपके विधेयक से वो गड्ढे भरेगा,
मैंने तय कर लिया है कि मेरा मुल्क भूखा है
वो आपका विधेयक खा जाएगा।

आप यह भी तय करना चाहते हैं कि
आपके तानाशाही फरमानों पर हमारी प्रतिक्रिया क्या हो,
उनके सकारात्मकता की गहराई कितनी हो,
मेरे हाथों पर सजी मेरे ही खून की मेंहदी का रंग गाढ़ा होगा
और कितना गाढ़ा होगा
ये अगर आप तय करेंगे
तो मेरे हाथ फिके ही सही।

प्रतिक्रिया के तौर पर
मैं संविधान का अनुच्छेद 14 पढ़ना चाहता हूं,
मैं चाहता हूं कि इसके एक एक शब्द आपके विधेयक पर
हिमालय पर बर्फ़ की चादर सी बिछ जाए,

"राज्य, भारत के राज्यक्षेत्र में किसी व्यक्ति को विधि के समक्ष समता से या विधियों के समान संरक्षण से वंचित नहीं करेगा।"

मैं चाहता हूं कि एक धर्म से नागरिकता के काग़ज़ात मांगे जाने पर
इस अनुच्छेद के पन्ने भेजे जाएं,
सरकारी दफ्तरों की दीवारों पर इस अनुच्छेद के शब्द लिख दिए जाएं
इस ऐलान के साथ कि उनके धुंधले होने से पहले
गैरबराबरी के कानून के शब्द मिट जाने चाहिए।

मैं महामहिम को नया कलम भेंट करना चाहता हूं,
कल रात नए कानून पर हस्ताक्षर करने के साथ ही
धर्म निरपेक्षता की फांसी मुकर्रर करने के बाद
उनके कलम की नींब टूटने
और बिस्मिल - अशफाक के सपनों के टूटने की आवाज़
अभी तक मुल्क में गूंज रही है।

मैं चाहता हूं सरसों के फूलों के पीले रंग उनसे छीन लिए जाएं,
आसमान का नीला रंग उससे छीन लिया जाए,
इन सबको संविधान के सिद्धांतों के खून से रंग दिया जाए
और प्रकृति की हर उस चीज़ को
जिसने आवाम की चेतना को सामान्यता की परत से ढक रखा है।
मैं पसीने की बूंदों का रंग भी लाल में बदलते देखना चाहता हूं,
कम से कम आवाम इन रंगों को वापस बहाल करने के लिए तो सड़कों पर उतरे।

मैं भी चुप रह जाता,
नहीं सुनाता आपको संविधान
लेकिन मैं चाहता हूं कि
इसके शब्दों का आपके ज़ुबानों पर चढ़ने की गति
इसके पन्नों से उतरने से कहीं अधिक हो।
मुझसे भी आने वाली नस्लें पूछेंगी कि जब ये सब हो रहा था
तब मैं कहां था,
मैं तब भारत का संविधान पढ़ रहा था।
यह सवाल मैं आपके लिए भी छोड़ कर जाता हूं।



हर इंसान कुदरत का एक अनमोल हीरा है. अग्नि पुराण के अनुसार " मनुष्य ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ रचना है", भगवान ने हर मानव को कोई न कोई हुनर ज़रूर दिया है, ज़रूरत है तो उसे पहचानने की, आज मैं आप सबको कुछ ऐसे ही इंसानो के बारे में जानकारी दूंगी जिनके पास कोई डिग्री नहीं थी, न ही किसी प्रोफेशनल इंस्टिट्यूट का टैग , पर फिर भी लोगो ने उनकी काबिलियत को सलाम किया, पहला नाम इसमें " मुंबई " के डब्बावाला का आता है जिनके परचम ने " नेतृत्व " करने के गुणो ने सिर्फ हिन्दुस्तान को ही नहीं बल्कि विदेशो में भी लोगो को अपनी ओर आकर्षित किया है , मैनेजमेंट में सिक्ससिग्मा का टैग सिर्फ कुछ " बहु राष्ट्रीय " कंपनियों को ही मिलता है, यह हमारे देश के लिए गौरव की बात है, की यह सम्मान " डब्बा वाला" को भी मिला है, जिनके काम करने के तरीके , उनके अनुशासन और वक़्त की पाबन्दी ने ही उन्हें सफलता की इस मुकाम पर लाकर खड़ा किया. ऐसा ही एक और उदहारण है " इंदौर" के "जोशी दही बड़ा" वालो का  जिनका "दही बड़ा" बनाने का अंदाज़ बिलकुल अलग है, इतना स्वाद से भरा खाना जिसमे सिर्फ स्वाद ही नहीं बल्कि बनाने में भी एक नवीनता है, जयपुर की" रावत की कचोड़िया " भी लोगो को अपनी और आकर्षित करती है, आप सबने " हापुड़ के पापड़ " का नाम ज़रूर सुना होगा, इस देश में भुट्टा खाना सिर्फ एक आदमी का ही नहीं बल्कि आजकल तो मूवी में भी एक आकर्षण का केंद्र है, आप लोनावला से लेकर महाभलेश्वर तक जाइए आपको काफी संख्या में लोग अपना काम करते कुछ नया खिलते हुए दिखाई देंगे , हमारे लिए "लोकल आर्ट " का बहुत महत्व है राजस्थान के " बनी ठनी" इस आर्ट का सबसे उत्कृष्ट नमूना है,कश्मीर की पश्मीना शॉल आज भी हज़ारो के मन का केंद्र है, "बंधेज" का काम या फिर " चंदेरी साड़िया बनारस की साड़िया यह सब सिर्फ कला का ही नहीं बल्कि "रोजगार " का भी साधन है, आज हम हर किसी को " डॉक्टर" या " इंजीनियरिंग" की तैयारी करते हुए देखते है, क्यों कोई कला के छेत्र में कुछ अलग नहीं करना चाहता? जबकि यह काम तो सदियों से चला आ रहा है, देश में रोजगार से ज्यादा " नवीनता" की कमी है, आज देश मंगल तक तो पहुंच गया, पर ज़मीनी तौर पर हमने अपनी ताकत को खोया है, आज जहा इस देश में लोग पापड़, और आचार बड़े ही शौक से खाते है, वही इस ओर कोई धयान ही नहीं देता " स्माल स्केल " इंडस्ट्रीज यह एक ऐसा शब्द है जिसकी ताकत को हम नहीं पहचानते , अगर हम अपने देश की "लोकल आर्ट " का सही इस्तेमाल करे तो शायद रिसेशन कभी आ ही नहीं सकता, क्योकि हमारे पास एक बहुत बड़ा मार्केट है, जहां हम अपनी कला को दिखा सकते है, आप खुद ही सोचिये की लिजत पापड़ इसी देश की शान है, हमारे "एम दी एच "मसाले जिनका व्यापर "गल्फ " के देशो तक में होता है, यह सब किसी खानदान की या किसी जगह का ही तो हुनर है " जिसका परचम " आज दुनिया भर में लहरा रहा है, आप सबने " राजधानी" का नाम तो सुना ही होगा जिसे आज एक खानदानी परंपरा के नाम से जाना जाता है, इस काम की शुरआत भी तो किसी न किसी ने की ही होगी, मुझे अपने बचपन की एक दूकान आज भी याद है, " झाँसी में सिप्री " बाजार के " गोल गप्पे " रात तक उसके ठेले के पास खड़े होने की जगह तक नहीं होती थी, उसका पानी पिने लोग दूर दूर से आया करते थे, इसे कहते एक ऐसा हुनर जो हमसब में होता है, पर ज़रूरत उसे निखारने की, जैसे कोई बहुत अच्छा लिख्ता है तो कोई बहुत अच्छी पेंटिंग बनता है, छाया लिपि चित्रण करता है, पर शायद आज भी हमारे यहाँ " इन सब बातो " की कोई कदर नहीं है, ज़ोर इसी बात पर होता है की " सॉफ्ट वेयर इंजीनियर " बनो मेडिकल की पढाई करो, आई एस बनो , चाहे कुदरत ने उसे किसी और नमूने की लिए बनाया है, एक बात हमें नहीं भूलनी चाहिए की चाहे आज हो या फिर कल वक़्त किसी की लिए नहीं रुकता , अगर आप आज को कुछ नया नहीं दे सकते तो कल सुनेहरा कैसे होगा, "दुनिया की अजूबो" में चाहे "ताजमहल " हो या फिर" पिरॅमिडस" यह सब एक नवीनता का ही उदाहरण है, जिन पर हमारे पूर्वजो की पकड़ थी........... तेरे हुनर की कदर है, हर वक़्त में, समय को पहचान , अपनी आरज़ू को होने दे पूरा, कुछ सोच, कुछ कर नया , क्योकि तक़दीर है तुझ पर मेहरबान . देख अपने अंदर, क्योकि खुदा ने तराशा है हमें, सिर्फ और सिर्फ अपनी कला को पहचान............ मिलेग़ी सलामी क्योकि चलना नहीं है एक रस्ते पे, जब मंज़िल है अलग तो रस्ता भी खुद ही बना, अपनी कला को पहचान तो ज़रा , अपनी कला को पहचान..........

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